अगर फुरसत मिले तो ख्वाबों मे आ जाना...!!!
क्या वफा होती है? काश तुम जान जाती
...ना हम, ना तुम अकेली होती ।
जब भी तन्हाई में जी लेने की बात आई ___!
तुमसे हर एक मुलाकात मुझे याद आई....!
सेल्फ़ी निकालना तो सेकण्ड्स का काम है।
वक़्त तो "इमेज" बनाने मैं लगता है ।
कोशिश बहुत थी कि राज ए मोहब्बत ब्याँ न हो..
पर मुमकिन कहाँ था कि आग लगे और धुआँ न हो
दर्द के हवाले क्यों उल्फत का नाम लेकर
आँखों से छलकते है अश्कों का जाम लेकर
सिर्फ यादों का एक सिलसिला रह गया है...
खुदा जाने उनसे मेरा क्या रिश्ता रह गया है…
बेचकर नीदें अपनी करवटें खरीद ली हमने
सौदागर सा हो गया दिल यादों के मामलें में
तुमने समझा ही नहीं…और ना समझना चाहा,
हम चाहते ही क्या थे तुमसे… “तुम्हारे सिवा”.
काश तुम भी हो जाओ तुम्हारी यादों की तरह,,.. .
ना वक़्त देखो,ना बहाना,,बस चले आओ......!
एक अज़ीब सा रिश्ता है मेरे और ख्वाहिशों के दरम्यां,
वो मुझे जीने नही देती… और मै उन्हे मरने नही देता..!!
Ajab haalat hain dil ki,
Na tum mere, na mai apna.!
लूट लेते हैं अपने ही,
वरना गैरों को क्या पता इस दिल की दीवार कमजोर कहाँ से है !
हंसने को चंद लम्हें, रोने को उम्र सारी,
मंज़ूर है अगर तो ले इश्क की सुपारी !
कुछ पाने की तमन्ना में हम खो देते बहुत कुछ है
क्या खोया और क्या पाया कह पाना बहुत मुश्किल है.....
शीशे के तौह्फे न देना किसी को लोग तोड़ दिया करते है
बहुत ख़ूबसूरत हो जो उनसे कभी मोहब्बत न करना
अक्सर खूबसूरती में मगरूर लोग ही दिल को तोड़ दिया करते है ...!
कुछ तबियत ही मिली थी ऐसी की चैन से जीने की सूरत न हुई
जिसे चाहा उसे पा न सके जो मिला उससे मोहब्बत न हुई
ऐसा नहीं कि दिल में तेरी तस्वीर नहीं थी,
पर हाथो में तेरे नाम की लकीर नहीं थी..
खाते हैं बिछड़ने पे जो मर जानेकी क़समें
वो लोग बिछड़ जाये तो मर क्युं नहीं जाते ?
हमे पता था की उसकी मोहब्बत में ज़हर हैं ;
पर उसके पिलाने का अंदाज ही इतना प्यारा था की हम ठुकरा ना सके !
मेरे बस मे नहीं अब हाल-ए-दिल बयां करना..
बस ये समझ लो, लफ़्ज़ कम मोहब्बत ज्यादा हैं..
मेरे अलावा किसी और को अपना महबूब बना कर देख ले
तेरी हर धड़कन कहेगी उसकी वफ़ा में कुछ और बात थी.....!!!
वादो से बंधी जंजीर थी जो तोड दी मैँने,
अब से जल्दी सोया करेँगेँ, मोहब्बत छोड दी मैँने..!!!
तू गलती से भी कन्धा न देना मेरे जनाजे को ऐ दोस्त,
कहीं फिर जिन्दा न हो जाऊं तेरा सहारा देखकर।
कोई बेसबब ,कोई बेताब ,कोई चुप ,कोई हैरान
या रब तेरी महफ़िल के तमाशे ख़तम नहीं होते.
सीख जाओ वक्त पर किसी की चाहत की कदर करना..
कहीं कोई थक ना जाये तुम्हें एहसास दिलाते दिलाते..
तू अगर छोड़ के जाने पे तुला है तो जा,
जान भी जिस्म से जाती है तो कब पूछती है.!
कुछ तो हिसाब करो हमसे,
इतनी मोहब्बत उधार में कौन देता है!
Karni Hai Khuda Se Duaa Ki Teri Mohabbat Ke Siva Kuch Na Mile,
Zindagi Me Tu Mile Sirf Tu, Ya Phir Zindagi Na Mile..!
Yeh DiL Hi Jaanta Hai Meri Paak Mohabbat Ka Aalam,
Ki Mujhe Jeene Ke Liye Saanso Ki Nahi Teri Zarurat Hai…!!
Bahaana kyun talaasha rooth jaane ka,
Bas itna keh dete dil mein jagah nahi rahi ab
Masaal-e-aatish hai ye rog-e-mohabbat,
Roshan to zarur karti hai magar jala-jala kar.
“Ye Darya Ishq Me kadam Jara Soch K Rakhna,
Es Mein Utarne Wale Ko Kabhi Kinara Nai Milta
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